बड़ी सोच स्टोरी इन हिंदी_Badi soch story in hindi,
दोस्तो अगर आज कोई इंसान अगर दुनिया में कुछ कर रहा है तो अपनी सोच की वजह से
Life Motivation Story
बड़ी सोच पर आधारित कहानी हिंदी में
हार इंसान की सफलता उसकी सोच पर निर्भर रहती और आज हम इसी के बारे में बात करने वाले है,
किसी चीज के बारे में सोचना फिर उसकपर कार्य करना और फिर उस कार्य को करते रहना फिर उस काम को और बड़ा करना धीरे धीरे उस काम को दूर दूर तक विख्यात करना ये दिखता तो आसान है लेकिन दोस्तो इन सब चीजों में सिर्फ एक चीज अंतर है वह है सोच का आज हम छोटी सी स्टोरी के माध्यम से सोच के बारे में जानेंगे।
बड़ी सोच के क्या फायदे है?
दोस्तों बड़ी सोच के क्या फायदे हैं और क्या नुकसान वह हम बाद में जानेंगे सबसे पहले हम बड़ी सोच को एक छोटी सी स्टोरी के माध्यम से समझेंगे चलिए स्टार्ट करते हैं
1.बड़ी सोच स्टोरी
दोस्तों एक व्यक्ति एक ट्रेन में सफर कर रहा था और वह व्यक्ति काफी दूर से आया हुआ था और वह एक गरीब व्यक्ति था
और वह ट्रेन में काफी देर से बैठा था रात हो चुकी थी ट्रेन में सफर करते तो दोस्तों वह व्यक्ति अपना जब उसको भूख लगी तो वह अपना टिफिन निकालकर खाना खाने जा रहा था और उसके टिफिन में केवल सूखी रोटियां रखी थी साथ में नहीं तो सब्जी थी और ना ही चटनी थी और वह व्यक्ति उसे टिफिन में रोटी डुबोकर यह सोचकर खाने लगा कि उसमें चटनी रखी है और यह प्रक्रिया देखकर ऊपर के सीट पर जो बंदा बैठा था उसने उसे व्यक्ति से पूछा स्टीफन में कुछ भी नहीं है फिर भी कैसे खा रहे हो,
उस व्यक्ति का जवाब दोस्तों उसे व्यक्ति ने इतना पूछा तो जो व्यक्ति सुखी रोटी खा रहा था उसने उसने जवाब दिया कि मैं इसमें चटनी रोटी रखी है और मैं चटनी रोटी के साथ खाना खा रहा हूं यह सोचकर खा रहा हूं कि इसमें चटनी है तभी वह व्यक्ति यह सुनकर बहुत ही आश्चर्यचकित हो जाता है
वह यह सोचने लगता है की यह व्यक्ति ऐसा क्यों सोच कर खा रहा है कि में चटनी रोटी रखी है वह व्यक्ति तुरंत उसे तुरंत पूछता है कि आप इसमें चटनी रखी है या सोचकर क्यों कार हे हो बल्कि तुम यह सोचकर क्यों नहीं खाते की इसमें पनीर है सब्जी है शाही पनीर रखी है यह सोचकर क्यों नहीं खा रहे ह अगर सोच कर खाओगे तो दो रोटी ज्यादा का लोग तो,
वह व्यक्ति बोलता है कि इसमें जब शाही पनीर हाई नहीं तो क्या सोचूं फिर वह व्यक्ति बोलता है की सोने में क्या जाता है सोचना है तो बड़ा सोचो छोटा क्यों सोच रहे हो,
फिर वह जो चटनी रोटी सोचकर खा रहा होता है वह व्यक्ति बोलता है कि मैं बाद बड़ा कैसे सोच लूं जब मेरे साथ बड़ा होने वाला नहीं है फिर वह व्यक्ति बोलता है सोने में क्या।
फिर वह व्यक्ति उस खाना खाने वाले व्यक्ति की सोच को देखकर बहुत ही आश्चर्य चकित हो जाता है लेकिन वह समझ चुका होता है फिर वह व्यक्ति उसे प्यार से समझता है
की हे व्यक्ति आप अगर सोचते हो तो हमेशा बड़ा सोचो,
मैं मानता हूं की आपके टिपिन में शाही पनीर नही है लेकिन इसमें चटनी भी तो नहीं है और जब कुछ भी नही है तो तुम कुछ भी सोच कर खा सकते हो और अगर सोचना ही है तो हमेशा बड़ा सोचो क्योंकि सोचने में पैसा नही लगता और तुम्हारी सोच ही तुम्हारे जीवन की पहली सीढ़ी है।
2.बड़ा सोचने के अनेक फायदे क्या है?
बड़ा सोचने के कई फायदे होते हैं, जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव डालते हैं। यहां कुछ प्रमुख फायदे दिए गए हैं:
1.उच्च लक्ष्य और महत्वाकांक्षाएँ बड़ा सोचने से आप अपने लक्ष्यों को बड़ा और प्रभावशाली बनाने के लिए प्रेरित होते हैं। इससे आप साधारण से बड़े अवसरों और चुनौतियों को पहचान पाते हैं।
2.सृजनशीलता और नवाचार जब आप बड़ा सोचते हैं, तो आपकी सोच सीमाओं से परे जाती है, जिससे नए विचारों और नवाचारों को जन्म मिलता है। आप परंपरागत सोच से बाहर निकलकर नई संभावनाओं की तलाश करते हैं।
3.स्वयं जिम्मेदार में वृद्धि बड़ा सोचने से आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होती है क्योंकि आप अपनी क्षमताओं को सीमाओं में नहीं बाँधते। आप बड़े लक्ष्य हासिल करने की दिशा में आगे बढ़ते हैं।
4.सकारात्मक दृष्टिकोण बड़ा सोचने से आप समस्याओं के बजाय समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हैं। इससे आपका दृष्टिकोण सकारात्मक होता है और आप कठिनाइयों का सामना करने के लिए तैयार रहते हैं।
5.अवसरों की पहचान बड़ा सोचने वाले लोग अक्सर उन अवसरों को पहचान पाते हैं, जिन्हें साधारण सोच वाले लोग नज़र अंदाज कर सकते हैं। वे नई संभावनाओं का उपयोग करने के लिए तैयार रहते हैं।
6.निरंतर विकास बड़ा सोचने से आप अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक विकास की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा सकते हैं। आप खुद को नई चुनौतियों के लिए तैयार करते हैं और अपनी क्षमताओं को बढ़ाते हैं।
7.अन्य लोगों को प्रेरित करना आपकी बड़ी सोच से न केवल आप खुद प्रेरित होते हैं, बल्कि आप अपने आस-पास के लोगों को भी ऊंचे लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं।
बड़ा सोचने से आपको अपनी क्षमताओं का अधिकतम उपयोग करने का अवसर मिलता है, और आप अपने जीवन में असाधारण सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
3.इस कहानी से क्या सीख मिलती है?
इस कहानी से हमे कुछ निम्नलिखित चीजों की सीख मिलती है।
सबसे पहले उन चीजों पर ध्यान देना चाहिए जिन चीजों से हमारा जीवन और हारा भविष्य जुड़ा है,
1.हमेशा बड़ा सोचो,
2.कोई अगर तुम्हारे सफलता से जुड़ी बात करे तो उसपर ध्यान दे
3.मुसीबत को हमेशा छोटी नजरो से देखे।
इस कहानी से हमें अपने विचारों की भावना को बदलने की ताकत मिलते हैं और किसी के आदेश पर किसी के सलाह पर हमें अपनी सोच को बदलना चाहिए हर हमें उसे अनुभव करना चाहिए कि यह व्यक्ति सही घर आया गलत कह रहा है हमें उसकी बात पर ध्यान देना चाहिए हो सकता है वह हमारे फायदे के लिए बोल रहा हूं क्योंकि बड़ा सोना ही हमारे जीवन की सबसे बड़ी पहली सीढ़ी है जो हमें बड़ा बनने में सहायता करती है इंसान कुछ ना कुछ करता है तो सबसे पहले वह सोचता है।
हम अपने विचारधारा पर अटल रहते हैं और और हमें पता नहीं रहता है कि हमारे सोचने से ही हमारे जीवन की विचारधारा और हमारे सोच के विचारधारा बदलता है और हमारे सोचने से ही हमारा जीवन बदलता है इन सब चीजों की जानकारी ना होते हुए ही हम कभी बड़ा सोच नहीं पाते हैं और हमें हमेशा छोटी सोच में एक जेल के अनुसार रहना पड़ता है।